
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सहप्रभारी अनुराग अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें “आईना देखने की सलाह” दी है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति करने का प्रयास भूपेश बघेल को शोभा नहीं देता।
अनुराग अग्रवाल ने बयान में कहा, “प्रदेश का मुखिया एक आदिवासी नेता है और भूपेश जी उसे अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू को बैठाने का श्रेय भारतीय जनता पार्टी को जाता है, लेकिन कांग्रेस कभी उसे स्वीकार नहीं कर सकी।”
उन्होंने भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि अपने बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस को मैदान में उतारने वाले भूपेश बघेल ने अपने ही सहयोगी आदिवासी नेता कवासी लखमा की पूरी तरह उपेक्षा की है, जबकि उन्हीं को आगे रखकर उन्होंने करोड़ों की कमाई की।
अनुराग अग्रवाल ने याद दिलाया कि 2018 की सरकार बनने के बाद कांग्रेस को 80% आदिवासी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा, जो जनजातीय समाज के बीच कांग्रेस की गिरती विश्वसनीयता का प्रमाण है।
उन्होंने आगे कहा, “जब आपके ही आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने विधानसभा में DMF फंड का मुद्दा उठाया, तो उन्हें अध्यक्ष पद से हटवा दिया गया। और जब कोरबा कलेक्टर रानू साहू के खिलाफ DMF फंड के दुरुपयोग की शिकायत तत्कालीन राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने की, तो कार्रवाई करने की बजाय उस अधिकारी को प्रमोशन दे दिया गया।”
अनुराग अग्रवाल ने भूपेश बघेल से सवाल पूछा कि “क्या यही आदिवासी समाज के प्रति आपकी नीयत और नीति है?” साथ ही भाजपा के अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी करने से बचने की भी नसीहत दी।


